बजट स्वीकृति के बावजूद सालभर से शुरू नहीं हुई 1 किमी रोड कटिंग, विरोध में स्टेट हाइवे जाम

पिथौरागढ़। शासन से धन स्वीकृति के बावजूद एक साल से सिर्फ 1 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किए जाने से ग्रामीणों का ग़ुस्सा…

IMG 20221220 WA0004 1

पिथौरागढ़। शासन से धन स्वीकृति के बावजूद एक साल से सिर्फ 1 किलोमीटर सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किए जाने से ग्रामीणों का ग़ुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों ने मंगलवार को पिथौरागढ़ – थल स्टेट हाइवे पर कई घंटे चक्का जाम कर दिया। मामला बढ़ने पर तहसीलदार और लोनिवि के सहायक अभियंता को मौके पर आकर लिखित आश्वासन देना पड़ा। कुछ दिन पूर्व जनपद के ग्राम पुखरौड़ा – टुपाघर पोस्ट बिछुल के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था। जिसमें ग्राम पुखरौड़ा में आंफर से टुपाघर न्याल तक 1 किलोमीटर रोड कटिंग नहीं होने के विरोध में चक्काजाम की अनुमति मांगी गई थी।

ग्रामीणों का कहना था कि इस रोड के लिए शासन से पूर्व में ही धनराशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन एक वर्ष पूर्ण होने के उपरान्त भी रोड निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय पिथौरागढ़ में अनेक बार जाकर टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की मांग रखी, परंतु आरोप है कि पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के ढीले रवैये से टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है। इससे क्षेत्रवासी निराश और गुस्से में हैं। उन्होंने कार्यवाही न होने पर 20 दिसंबर को चक्का जाम की चेतावनी दी थी।
इसी मुद्दे पर मंगलवार सुबह पुखरौड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों ने पिथौरागढ़ – थल मोटर मार्ग सुवालेख के पास जाम कर दिया। सुबह सात बजे से करीब दस बजे तक ग्रामीण सड़क पर डटे रहे। इस दौरान मार्ग पर दर्जनों वाहन और यात्री फंस गए। चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क बनाने के लिए ठोस पहल नहीं होती वे जाम नहीं खोलेंगे।

मामला गहराने पर देवलथल के तहसीलदार के साथ लोनिवि के सहायक अभियंता मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने 10 दिन के भीतर रोड निर्माण काम शुरू करने का लिखित आश्वासन ग्रामीणों को दिया। इसके बाद ही ग्रामीण जाम खोलने को राजी हुए। प्रदर्शन और चक्का जाम में जिला पंचायत के पूर्व सदस्य जगदीश कुमार, रघुवीर चंद, मोहन चंद, मनोज चंद, प्रकाश चंद सागर चंद, विशाल चंद, भरत चंद, योगेश चंद, राजेन्द्र चंद, इन्दर चंद, भगवान चंद प्रकाश चंद, पवन चंद विमला चंद, तनूजा चंद, दीपा चंद, भावना और आशा चंद, पार्वती, लीला, सीता चंद व सोनू चंद समेत काफी संख्या में क्षेत्रवासी शामिल थे।