चुनाव—: पांचवी बार आमने आमने होंगे अजय और प्रदीप,लोक सभा में तीसरी बार एक दूसरे के सामने, दोनों सांसद जनता को संतुष्ठ करने की भी चुनौती

अल्मोड़ा। कांग्रेस और भाजपा के आरक्षित वर्ग के बड़े नेताओं में शुमार हो चुके प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा इस बार की लोक सभा चुनावों…

ajay pradeep

अल्मोड़ा। कांग्रेस और भाजपा के आरक्षित वर्ग के बड़े नेताओं में शुमार हो चुके प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा इस बार की लोक सभा चुनावों में एक दूसरे के खिलाफ प्रतिद्धंदी के रूप में खड़े हैं। लेकिन यह पहली बार नहीं है। इससे पूर्व विधानसभा चुनावों में दो बार और लोकसभा चुनावों का यह तीसरा अवसर है। जब कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में प्रदीप टम्टा और भाजपा प्रत्याशी के रूप में अजय आमने सामने होंगे ।
उत्तराखंड बनने के बाद 2002 पहला विधानसभा चुनाव था। इस चुनाव में कांग्रेस से प्रदीप टम्टा को चुनाव लड़ाया गया था। भाजपा ने राजेश आर्या को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन भाजपा से बगावत कर अजय ने इस चुनाव में निर्दलीय भाग लिया। परिणाम कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा के पक्ष में रहे। यह पहला मौका था जब प्रदीप टम्टा और अजय आपस में भिड़े। इसके बाद 2007 के चुनावों में भी दोनों के बीच सीधी टक्कर हुई। अजय ने इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप को हराकर चुनावी हार का बदला ले लिया।
इसके बाद पहली बार 2009 के चुनावों में अल्मोड़ा संसदीय सीट पहली बार आरक्षित हुई। कांग्रेस ने इस चुनाव में प्रदीप को अपना प्रत्याशी बनाया। भाजपा ने भी अपने विधायक और प्रदेश में मंत्री का पद संभाल रहे अजय टम्टा को अपना प्रत्याशी बना दिया यह तीसरा मौका था जब दोनो प्रत्याशी आपस में भिड़े यहां परिणाम कांग्रेस के पक्ष में रहा। 2014 के आम चुनावों में भी दोनों एक दूसरे के खिलाफ लड़े यहां अजय को भाजपा ने और प्रदीप को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया। 2019 के चुनावों में भी दोनों एक दूसरे के सामने खड़े हैं। दोनों जनता से जीत का आशीर्वाद मांग रहे हैं। इस बार एक बार खास है कि चुनाव लड़ने वाले अजय और प्रदीप दोनों सांसद हैं। अजय इस टर्म को पूरा कर अपनी उपलब्धियों के साथ जनता के दरबार में आ रहे हैं तो प्रदीप मौजूदा समय में राज्य सभा के सांसद हैं। उन पर भी जबाबदेही है कि वह जनता को अपने द्वारा किए कार्यों के बारे में बताकर वोट मागें। बतौर सांसद दोनों प्रत्याशियों को यह भी बताना होगा कि विकास कार्यो के लिए दोनों ने कितना प्रयास किया। और विकास कार्यों की प्रगति कैसी है।