Uttarakhand- इनक्रेडिबल टीचर अवार्ड से सम्मानित हुए केंद्रीय विद्यालय गोपेश्वर के अध्यापक घनश्याम

केंद्रीय विद्यालय गोपेश्वर के हिंदी स्नातकोत्तर शिक्षक श्री घनश्याम को स्टूडेंट चॉइस के अंतर्गत इनक्रेडिबल टीचर अवार्ड से विभूषित किया गया। 5 सितम्बर को शिक्षक…

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केंद्रीय विद्यालय गोपेश्वर के हिंदी स्नातकोत्तर शिक्षक श्री घनश्याम को स्टूडेंट चॉइस के अंतर्गत इनक्रेडिबल टीचर अवार्ड से विभूषित किया गया। 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर ओसवाल समूह ने सम्पूर्ण देश के सभी विद्यालयों , महाविद्यालयों , विश्वविद्यालयों व अन्य सभी शिक्षण संस्थाओं हेतु एक सर्वेक्षण आयोजित किया था, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा अपने शिक्षक को इनक्रेडिबल टीचर अवार्ड हेतु नामित करना था।

देशभर से पचास अध्यापकों को यह पुरस्कार दिया गया है। ओसवाल समूह द्वारा पुरस्कार विद्यालय पहुँचने पर विद्यालय प्राचार्य श्री पराग द्वारा उन्हें आज पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।प्राचार्य महोदय ने अध्यापक को बधाइयाँ देने के साथ ही उन्हें निरंतर जीवन में उन्नति करते रहने की शुभकामनाएँभी दीं। इस अवसर पर श्री प्रमोद भट्ट, श्री प्रभात कुमार ने भी सम्मानित शिक्षक को उनकी उपलब्धि पर बधाइयाँ दीं। श्री घनश्याम का चर्चित ब्लॉग ghanshyamsharmahindi.
blogspot और एक यूट्यूब चैनल Unlimited motivation & Vlog है, जिनके माध्यम से वो शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग के साथ ही विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते रहते हैं। इनके अतिरिक्त उनकी कविताएँ , कहानियाँ भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं और इनसे प्रेरित इनके विद्यार्थी भी कविताएँ लिखते और छपते रहते हैं।

स्नेही विद्यार्थियों , आदरणीय अभिभावकों और सभी शुभचिंतकों के सहृदयी सहयोग से मिलने वाले इस अवार्ड को उन्होंने इन सभी को समर्पित किया और सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी ही देश का सच्चा धन हैं, वास्तविक भविष्य और भविष्य निर्माता हैं। आज के विद्यार्थी ही कल देश को अग्रणी देशों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर सकते हैं बशर्ते उन्हें आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कार भी, तकनीक के साथ नवाचार भी, पल-पल परिवर्तित , उन्नति को प्राप्त होते जाते संसार के साथ क़दमताल करने हेतु न केवल प्रेरित किया जाए बल्कि आवश्यकता पड़ते ही उनका सहयोग भी किया जाए और स्वयं भी नवाचार करते रहना चाहिए, अपडेट रहना चाहिए।

साथ ही उन्होंने कहा कि पुरस्कार स्वरूप मिलने वाली राशि पाँच हज़ार रुपए को वे विद्यार्थियों हेतु एनसीईआरटी की पुस्तकें ख़रीदने तथा ज़रूरतमंद विद्यार्थियों को वितरित करने में व्यय करेंगे ताकि पुस्तकों के न होने से कोई छात्र पढ़ाई से वंचित न हो। भविष्य में ज़रूरतमंद विद्यार्थियों के लिए पुस्तक प्रदान करने वाला एनजीओ बनाने का विचार भी उन्होंने व्यक्त किया। इससे पूर्व भी चैरिटी और समाजसेवा के कार्यों में हिस्सा लेने वाले श्री घनश्याम ने पीएम केयर फ़ंड में पचास हज़ार रुपये की धनराशि कोरोना राहत के लिए दे चुके हैं और देशहित इन कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं।

अध्यापक घनश्याम पिछले तेरह-चौदह वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपना सक्रिय योगदान देते आ रहे हैं और बहुत से विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लेकर आए हैं। इससे पूर्व वे हरियाणा, राजस्थान, ओडिशा के कई विद्यालयों, महाविद्यालयों , कोचिंग्स में भी कुशलतापूर्वक अध्यापन कर चुके हैं। इनमें प्रमुख हैं आरके बिरला स्कूल पिलानी, राकेश एकेडमी पिलानी, किशोरी इंटरनेशनल स्कूल चिरावा, सेठ मोतीलाल कॉलेज झुँझुनू, इंद्रमणि मंडेलिया कॉलेज पिलानी, डीपीएस डूंडलोद झुँझुनू, नवोदय विद्यालय मयूरभंज ओडिशा, केंद्रीय विद्यालय भुबनेश्वर क्रमांक – 4 ओडिशा और अभी केंद्रीय विद्यालय गोपेश्वर। इस अवार्ड हेतु ओसवाल समूह ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को अपने-अपने शिक्षक को नामित करने हेतु कहा था। इतने सारे विद्यालयों में पढ़ा चुके शिक्षक घनश्याम के विद्यार्थियों व अभिभावकों ने नामित कर उन्हें पुरस्कार दिलवा दिया। सभी का आभार व्यक्त करते हुए सर ने विश्वास दिलाया कि शीघ्र ही अपना देश फिर से विश्वगुरु होगा, शीघ्र ही अपने विश्वविद्यालय नालंदा – तक्षशिला का इतिहास दोहराएगा ।