इंकलाबी जज्बे से रूबरू हुए प्राथमिक विद्यालय बजेला के बच्चे, बंदूक की खेती नाटक के माध्यम से शहीद—ए—आजम को दी श्रद्धांजलि

[hit_count] अल्मोड़ा। शहीद—ए—आजम सरदार भगतसिंह,सुखदेव और राजगुरू की शहादत दिवस पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला में स्कूली बच्चों को शहीदों की शहादत की जानकारी देने…

bhagat singh

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student of bajela

अल्मोड़ा। शहीद—ए—आजम सरदार भगतसिंह,सुखदेव और राजगुरू की शहादत दिवस पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला में स्कूली बच्चों को शहीदों की शहादत की जानकारी देने के उद्देश्य से विद्यालय में बंदूक की खेती के नाटक का मंचन किया गया। शिक्षकों की मौजूदगी में बच्चों ने महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह के चित्र पर माल्यापर्ण कर उन्हें और सभी ज्ञात अज्ञात शहीदो को याद किया।
शिक्षक भाष्कर जोशी ने कहा कि यह दिन महान और गौरवशाली पर्व है ,महान इसलिए क्योंकि आज ही के दिन महान देशभक्त शहीद भगत सिंह ,सुखदेव और राजगुरू जी ने हमवतनों के लिए बहुत छोटी उम्र में अपने प्राण भारत माता पर न्योछावर कर दिये थे । बिना किसी इच्छा के इतना बढ़ा त्याग वो भी स्वमं की मर्जी से व्यक्ति को महान नही भगवान बनाता है।
उन्होंने कहा कि एक पुस्तक एक पैन एक बच्चा और एक अध्यापक भी बदलाव के लिए काफी है। इसलिए ऐसी शिक्षा व्यवस्था जो बच्चों में नैतिकता और देशप्रेम का बोध कराए जरूरी है। बच्चों ने अंग्रेजी और हिंदी में भगत सिंह के जीवन पर आधारित एक लघु नाटिका प्रस्तुत की जिसका शीर्षक कल्टीवेशन और गन यानी बंदूक की खेती था। शिक्षक जोशी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्णरूप से अकादमिक(भाषा विकास) तथा बच्चों के अंदर देशभक्ति की भावना जागृत करना था और उन्हें विचार शक्ति से सम्पन करना था।