धारचूला, मुनस्यारी का विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण कराया जाए, सीएम से की मांग

पिथौरागढ़। जिले के आपदाग्रस्त धारचूला और मुनस्यारी क्षेत्र का विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया है।पय्यांपौड़ी क्षेत्र…

Detailed geological survey of Dharchula

पिथौरागढ़। जिले के आपदाग्रस्त धारचूला और मुनस्यारी क्षेत्र का विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया है।
पय्यांपौड़ी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य और जिला नियोजन समिति के सदस्य जीवन सिंह ठाकुर और अन्य लोगों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के साथ ही कुमाऊं कमिश्नर को भेजा गया है।


जिला पंचायत सदस्य ने कहा है कि पिछले वर्षों से मौसम का पैटर्न लगातार बदलने की वजह से अचानक बाढ़ और भूस्खलन का संकट बढ़ रहा है, जिसके कारण धारचूला-मुनस्यारी में आपदा के नये-नये क्षेत्र सामने आ रहे हैं। ऐसे में सम्पूर्ण धारचूला- मुनस्यारी क्षेत्र का विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाया जाना आवश्यक है।


उन्होंने इस क्षेत्र के प्रत्येक गाँव की मिट्टी में कितनी और किस गति की वर्षा को सहन करने की क्षमता है तथा इन क्षेत्रों में पिछले 20 सालों में बारिश के पैटर्न में किस तरह का बदलाव आया है, इसकी जांच और बारिश की गति का मापन सम्बन्धित संस्थाओं से करवाए जाने की मांग की है। ताकि अतिसंवेदनशील गांव के लोगों को बचाया जा सके और पता चल सके कि इन परिस्थितियों में क्या इस क्षेत्र के गांव मानव बसासत के अनुकूल हैं अथवा नहीं।


जिन सदस्य का कहना है कि आज तक कोई विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण न किये जाने के कारण इस क्षेत्र के लोग भय के साए में जी रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मुद्दे का गंभीरता से संज्ञान लेकर कार्यवाही की मांग की है। डीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में जिपं सदस्य के साथ हंसराज ठाकुर और सूरज धामी भी थे।