PIthoragarh- ‘हिमालय दलित है’ काव्य संग्रह पर खुले दिल से हुई चर्चा

पिथौरागढ़। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ के टकाना स्थित रामलीला मैदान में ‘आरंभ स्टडी सर्कल’ द्वारा मोहन मुक्त के सद्य प्रकाशित प्रथम कविता संग्रह ‘हिमालय दलित है’…

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पिथौरागढ़। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ के टकाना स्थित रामलीला मैदान में ‘आरंभ स्टडी सर्कल’ द्वारा मोहन मुक्त के सद्य प्रकाशित प्रथम कविता संग्रह ‘हिमालय दलित है’ पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. आयोजन में छात्र-छात्राओं, युवाओं, शिक्षकों एवं पिथौरागढ़ के अन्य साहित्य सुधी जनों ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर कविता पोस्टर प्रदर्शनी एवं पुस्तक प्रदर्शनी भी लगायी गयी।

कार्यक्रम में डॉ.मोहन ने अपनी बहुत सी कविताओं का पाठ करते हुए बात रखी. उनके कविता पाठ को कार्यक्रम में उपस्थित लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया. डॉ.मोहन ने शीर्षक कविता के पाठ के साथ अपने वक्तव्य की शुरुआत की. उसके बाद ‘पलायन के कुछ चित्र’, ‘संधिपत्र’, ‘गाँव में’, ‘गिर्दा से बात’, ‘सामंत तुम फिर आ गए’ समेत अनेकों कविताओं का पाठ किया.
कविता पाठ के साथ ही उपस्थित पाठकों ने कविताओं और उससे जुड़े विमर्श पर अपने सवाल सामने रखे. साथ ही संग्रह पर अपनी राय भी व्यक्त की. कार्यक्रम के औपचारिक समापन के बाद भी सवाल जवाब एवं बातचीत का सिलसिला बहुत देर तक चलता रहा।

‘आरंभ’ के दीपक ने बताया कि कार्यक्रम के केंद्र में मौजूद किताब के इर्द गिर्द हुआ यह संवाद सभी को सार्थक लगा. कवि/लेखक और पाठकों के बीच सीधे बातचीत, मुलाकात का यह फॉर्मेट भी पसंद किया गया.
इस अवसर पर आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी में ‘हिमालय दलित है’ पुस्तक की विशेष माँग रही. इसी पुस्तक में शामिल कविताओं पर बने पोस्टरों की प्रदर्शनी भी आयोजन स्थल पर लगायी गयी थी।

कार्यक्रम का संचालन अभिषेक ने किया. कार्यक्रम में गोर्की, विद्या, निधि खर्कवाल, शीतल, एकता, गार्गी, मोहित, महेंद्र, पूनम, शीतल महर, दीपक, अभिषेक, किशोर, भगवान रावत, रचना शर्मा, शिक्षक मनोज विश्वकर्मा, नवीन गुमनाम, दीपक तिरुवा, शिक्षक साहित्यकार महेश पुनेठा समेत अनेकों लोग उपस्थित रहे।