आए थे शादी कराने जाना पड़ा थाने, पुलिस की तत्परता व मुस्तैदी से नहीं हो पाई नाबालिग की शादी

दोनों पक्षों को पुलिस ने थाने बुलाकर करवाई काउंसलिंग अल्मोड़ा। चितई मंदिर में विवाह कराने आए दोनों पक्षों को पुलिस की निगरानी में थाने में…

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दोनों पक्षों को पुलिस ने थाने बुलाकर करवाई काउंसलिंग

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photo-uttra news

अल्मोड़ा। चितई मंदिर में विवाह कराने आए दोनों पक्षों को पुलिस की निगरानी में थाने में पहुंचना पड़ा। दरअसल मुरादाबाद का युवक यहां शादी करने पहुंचा था। दुल्हन नाबालिग थी और पर्वतीय क्षेत्र के एक जिले (अल्मोड़ा नहीं) की थी। सूचना मिलने पर पुलिस तत्परता से विवाह स्थल पहुंची और शादी शुरू होने से पहले ही वहां पहुंच गई। जिससे​ विवाह नहीं हो पाया।
जानकारी के अनुसार मुरादाबाद का एक युवक एक वाहन में कुछ लोगों को लेकर चितई मंदिर पहुंचा था। विवाह शुरू होता उससे पहले ही पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम वहां पहुंच गई। पुलिस में महिला थानाध्यक्ष स्वेता नेगी और पुनीता बलौदी पूरी टीम के साथ वहां पहुंच गए। चाइल्ड लाइन से चंदन घुघुतियाल भी मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों से पूछताछ कर उन्हें पुलिस काउंसलिंग के लिए ले आई। जानकारी के अनुसार पुलिस को नाबालिग के विवाह की सूचना मिलते ही वह सर्तक हो गई और बच्ची के स्कूल से जन्म तिथि हासिल कर ली। जिसमे बालिका 13 साल की बताई जा रही है। पता लगा है कि दुल्हन पक्ष काफी गरीब है और अपनी मर्जी से यह विवाह करा रहा था। पहाड़ से मजबूरी और गरीबी का फायदा उठाकर बाहरी लोग यहां की बालिकाओं से विवाह कराने के मामले पहले भी आ चुके हैं इसीलिए पुलिस ने सूचना मिलने पर काफी तत्परता दिखाई। वर पक्ष का कहना है कि दुल्हन नाबालिग है इसका पता नहीं था। खुद दूल्हा बनकर आए वीर सिंह ने कहा कि दुल्हन नाबालिग है इसका पता यहीं आकर चला है। इसलिए शदी रोक दी है। इधर एसएसपी प्रह्लान नारायण मीणा ने कहा कि पुलिस दोनों पक्षों की की काउंसलिंग करा रही है। और विवाह शुरू होने से पहले ही पुलिस ने शादी रोक दी थी। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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