क्या corona के बाद फिर आएगी महामारी? WHO ने किया चौंकाने वाला दावा

Corona महामारी ने पिछले 2 सालों में पूरी दुनिया में कहर मचाया हुआ है। इसने कई लोगों की जान ली है साथी साथ अर्थव्यवस्था पर…

Will the epidemic come again after corona? WHO made a shocking claim

Corona महामारी ने पिछले 2 सालों में पूरी दुनिया में कहर मचाया हुआ है। इसने कई लोगों की जान ली है साथी साथ अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ा है। अभी भी corona पूरी तरीके से खत्म नहीं हुआ हर दिन इस नए मामले सामने आ रहे हैं। बता दें कि इसी बीच World health organisation (WHO) में दावा किया है कि लोगों को एक और महामारी का सामना करना पड़ सकता है।


कीटों से फैल सकती है महामारी (pandemic)
WION website की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO ने दावा किया है कि अगली महामारी कीट-जनित virus (Insect-Borne Diseases) हो सकती है। Daily mail की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कीट पूरी दुनिया के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। ये कीट बड़ी चिंता का विषय बन गए हैं। Yellow Fever, जीका, चिकनगुनिया और डेंगू जैसे अर्बोवायरस मच्छरों और टिक्स जैसे आर्थ्रोपोड्स द्वारा फैलाए जाते हैं। ऐसे में इनकी वजह से अगली महामारी आ सकती है।

विशेषज्ञों द्वारा बनाई जा रही है रणनीति
ये कीट अधिकतर उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पनपते हैं, जहां पर लगभग 4 अरब लोग रहते हैं। ऐसे में अब विशेषज्ञ महामारी को रोकने के लिए रणनीति बनाने की कोशिश कर रहे हैं। WHO के global infection hazard preparedness team के निदेशक डॉ. सिल्वी ब्रायंड ने कहा कि हम पिछले 2 साल से covid महामारी से गुजर रहे हैं। इस दौरान हमने सीखा है कि ऐसी घटनाओं के लिए पूरी तरह से तैयार रहना होगा।


SARS और Influenzae का है experience
उन्होंने कहा कि हमारे पास साल 2003 में SARS और 2009 में Influenzae महामारी का अनुभव था। वहीं, अगली महामारी को लेकर बहुत हद तक आशंका है कि यह कीटों से होने वाले नए Arbovirus के कारण हो सकती है। बता दें कि 2016 से 89 से अधिक देशों ने zika virus के प्रकोप का सामना किया था। साल 2000 की शुरुआत से ही पीले बुखार का खतरा बढ़ रहा है। Dengue बुखार 130 देशों में हर साल 390 million लोगों को संक्रमित करता है।


Revaluation की जरूरत
WHO के emergency program के प्रमुख डॉक्टर माइक रयान ने कहा कि इनमें से हर बीमारी पर निगरानी रखने और रिसर्च से काफी लाभ हुआ है। इसके बावजदू हमको अभी भी revaluation करने की जरूरत है।