Almora- ऑनलाइन एजुकेशन वर्तमान समय की आवश्यकता : प्रो भीमा मनराल

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा लाइब्रेरी ओरेंटशन प्रोग्राम के तहत शिक्षा संकाय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर…

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अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा लाइब्रेरी ओरेंटशन प्रोग्राम के तहत शिक्षा संकाय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस अवसर पर शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो0 भीमा मनराल ने कहा किहमें कोविड-19 जैसी भयावह परिस्थितियों के लिए अपने को तैयार करना है। हमने कोविड के दौर में ऑनलाइन शिक्षण कार्य को अपनाया। आज देश भर में ऑनलाइन मोड में शिक्षण कार्य का संचालन किया जा रहा है। ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमने धीरे धीरे ऑनलाइन शिक्षण के बारे में सीखकर सुविधाओं का लाभ लेना है।

प्रो0 मनराल ने कहा कि हमारे पास मोबाइल एक पुस्तकालय के रूप में मौजूद है। विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यार्थी इन संसाधनों का लाभ उठाते हुए अपना ज्ञान बढ़ाएं। हमें ज्ञानवर्धक जानकारी हासिल कर अपने को मजबूत करना होगा अन्यथा हम पीछे धकेल दिए जाएंगे। विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने आगे बताया कि पुस्तकालय में पुस्तकों की कमी नहीं है।

विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के शिक्षक डॉ ललित चंद्र जोशी ने कहा कि आधुनिक तकनीकी से जुड़कर लाभ उठाएं। मोबाइल का प्रयोग कर बुक्स पढ़ें, सीखे और सिखाएं। जनसंचार के साधन इंटरनेट, मोबाइल का सही रूप में प्रयोग करें।

उप पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ विभाष कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में कला, विज्ञान संकायों के छात्रों के लिये यह कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। इसी क्रम में शिक्षा संकाय में पुस्तकालय के विविध पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने ऑनलाइन संसाधनों, पुस्तकों, ई जर्नल्स, ई पुस्तकालयों, ई संसाधन, वर्चुअल पुस्तकालय, इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका, बार कोड, बिबलियोग्राफी, ई ग्रंथालय, डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया, संदर्भ और पाठ्य पुस्तकें आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्रोत के रूप में यह संसाधन हमारे शोध में सहयोग करते हैं। इंटरनेट से सामग्री लेते हुए, सावधानियाँ रखनी है।

इस दौरान डॉ संगीता पवार ने आभार जताते हुए कहा कि पुस्तकालय ने अपने को अपडेट किया है। दुनिया डिजिटल हो रही है। हमें तैयार होना है। इस अवसर पर संकाय के शिक्षक डॉ.संगीता पवार, डॉ रिजवाना सिद्धिकी, डॉ.संदीप पांडे, डॉ. मनोज कुमार आर्या, डॉ.ललिता रावल, डॉ देवेंद्र चम्याल आदि के साथ शिक्षा संकाय के विद्यार्थी मौजूद रहे।