Almora: यहां चल रहा है पक्षी पहचान व पक्षी विज्ञान पर दस दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम

अल्मोड़ा, 07 मार्च 2022—पक्षी पहचान एवं पक्षी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के इनविस केंद्र द्वारा सोमवार यानि…

Almora training program on bird identification and ornithology

अल्मोड़ा, 07 मार्च 2022—पक्षी पहचान एवं पक्षी विज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के इनविस केंद्र द्वारा सोमवार यानि 07 मार्च से 17 मार्च 2022 के बीच आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के 9 जिलों से 30 प्रशिक्षणार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं।


यह कार्यक्रम पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मन्त्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में हरित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रसिद्ध फोटोग्राफर एवं पक्षी विज्ञानी पद्मश्री अनूप साह, संस्थान के निदेषक ई. किरीट कुमार, संस्थान के वैज्ञानिक तथा इनविस केन्द्र के समन्वयक डा0 जी.सी.एस. नेगी द्वारा किया गया।

उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनूप साह द्वारा उत्तराखण्ड के पक्षी एवं उनका संरक्षण विषय पर स्लाईड सो के माध्यम से व्याख्यान दिया गया। उन्होने उत्तराखण्ड के विभिन्न स्थानों से उनके द्वारा खींचे गये चित्र दिखाये। उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड में 710 पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं जो कि भारत वर्ष में पाये जाने वाली पक्षियों का लगभग 55 प्रतिशत है।


उन्होने बताया कि पक्षी पहचान प्रषिक्षण द्वारा प्रषिक्षार्थी उत्तराखण्ड राज्य में पर्यटन की सम्भावना को एक नया आयाम देगें। संस्थान के निदेशक ने अपने संबोधन में बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से हम अपने क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार के प्रति जागरूक करें ताकि उनके कौशल विकास से जीवन यापन के नये आयाम मिलें। इस अवसर पर रामनगर के पक्षी विषेषज्ञ बी.एस. विष्ट द्वारा पक्षियों के व्यवहार के विषय में बताया गया एवं कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रशिक्षण पा रहे युवकों को स्वरोजगार हेतु प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के नौ जिलों से 30 प्रशिक्षणार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं, जो कि प्रशिक्षण उपरान्त अपने क्षेत्र एवं जनपद में स्वरोजगार मे अपना योगदान देंगें। कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक, डा0 रविन्द्र जोषी, डा0 रवि पाठक, डा0 अंकिता, इनविस केंद्र के डॉ॰ महेशा नंद, श्री कमल किषोर टम्टा, श्री विजय सिंह बिष्ट, सुमन किरौला संस्थान के शोधार्थी एवं संस्थान के कर्मचारी उपस्थित रहें।