Uttarakhand Election 2022- मनोज तिवारी और कैलाश शर्मा दोनों के साथ जुड़ा है ये संयोग

उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तापमान गर्माया हुआ हैं। यहां 14 फरवरी को चुनाव होने हैं। 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए मुख्य राजनीतिक…

This coincidence is associated with both Manoj Tiwari and Kailash Sharma

उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तापमान गर्माया हुआ हैं। यहां 14 फरवरी को चुनाव होने हैं। 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए मुख्य राजनीतिक पार्टियों में से भाजपा ने 59 और कांग्रेस ने 53 सीटो पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं।


अल्मोड़ा में भाजपा ने पूर्व विधायक कैलाश शर्मा पर भरोसा जताते हुए दूसरी बार उन्हें टिकट दिया है तो वही कांग्रेस ने मनोज तिवारी पर भरोसा करते हुए पांचवी बार टिकट दिया हैं। दोनों ही उम्मीदवारों के साथ अजब संयोग दिख रहा हैं।


क्या है पहला संयोग


भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही उम्मीदवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से आते हैं। कैलाश शर्मा के पिता गोवर्धन शर्मा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे है और मनोज तिवारी के दादा गोवर्धन तिवारी भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रह चुके हैं।


क्या है दूसरा संयोग


कांग्रेस के मनोज तिवारी और भाजपा के कैलाश शर्मा दोनों ही पहले भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर भी दो बार आमने सामने आ चु​के है। इसमें एक बार 2002 में कैलाश शर्मा और 2007 में मनोज तिवारी ने जीत हासिल की थी। हालांकि कैलाश शर्मा ने 2012 में टिकट ना मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था और तीसरे स्थान पर रहे थे।


क्या है तीसरा संयोग


भाजपा के प्रत्याशी कैलाश शर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी दोनो आपस में पड़ोसी है और एक ही बिल्डिंग में रहते है। दोनो ही प्रत्याशी एलआरसाह मार्ग में टैनीमल बिल्डिंग में रहते हैं। यह चर्चा आम है कि तो यह तो तय है कि चाहे भाजपा जीते या कांग्रेस विधायक तो टैनीमल बिल्डिंग का ही बनेगा। हालांकि यह बात हम नही कर रहे क्योंकि चुनावी मैदान में कई और प्रत्याशी भी मैदान में हैं।


क्या है चौथा संयोग


कांग्रेस के मनोज तिवारी और भाजपा के कैलाश शर्मा दोनो की पत्नियां शिक्षिका हैं। यह भी एक अजब संयोग हैं।


बररहाल इन सभी संयोग के बीच चुनावी रणभेरी बज चुकी है और दोनों ही प्रत्याशी अपने अपने तरीके से चुनाव प्रचार में जुट चुके है।अब यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा कि विधायक टैनीमल बिल्डिंग से बनेगा या कही ओर से लेकिन चुनावी शोर में इस तरह का संयोग कम ही देखने को मिलता हैं।