हल्द्वानी – मुक्त विवि के कर्मचारी और शिक्षक आये एक मंच पर , शिक्षक कर्मचारी समन्वय समिति का किया गठन

हल्द्वानी, 11दिसंबर 2021 हल्द्वानी। चर्चाओं के केंद्र में रहे उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी एक मंच पर आ गये है।बीते दिवस यानि…

हल्द्वानी, 11दिसंबर 2021

हल्द्वानी। चर्चाओं के केंद्र में रहे उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी एक मंच पर आ गये है।
बीते दिवस यानि 10 दिसंबर को आयोजित एक बैठक में अपने अधिकारों की लड़ाई के लिये कर्मचारी और शिक्षकों ने शिक्षक-कर्मचारी समन्वय समिति का गठन कर लिया। सात सदस्यीय कमेटी में तीन शिक्षक और चार कर्मचारी नेताओं को शामिल किया गया हैं।


उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षक कर्मचारी समन्वय कमेटी में शिक्षक संघ के अध्यक्ष भूपेन सिंह, उपाध्यक्ष लता जोशी और महासचिव राजेंद्र कैडा को शामिल किया गया है। कर्मचारियों की तरफ़ से यूनियन के अध्यक्ष राजेश आर्या, उपाध्यक्ष हेम छिमवाल, महासचिव हर्षवर्धन लोहनी और उपसचिव राहुल नेगी इस कमेटी में शामिल किये गये हैं।

बताते चले कि पिछले कुछ समय से उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षक – कर्मचारियों के बीच तनानती चली आ रही है। आज से कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय का मुख्य गेट बंद कर दिये जाने के बाद शिक्षक – कर्मचारियों ने प्रशासन की मनमानी पर अपनी चुप्पी तोड़कर अपनी आवाज मुखर की हैं।

बीते दिवस आयोजित शिक्षकों और कर्मचारियों की बैठक में कर्मचारियों के स्थायीकरण का मामला छाया रहा। शिक्षक संघ अध्यक्ष भूपेन सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय आर्थिक तौर पर कंगाली की हालत में पहुंच चुका है क्योंकि करोड़ों रुपये के रिजर्व कॉर्पस फंड को ही ख़त्म कर दिया गया है। कहा कि सरकार ने विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर एक ढेला तक नहीं दिया। कहा कि अगर विश्वविद्यालय में कंगाली की गाज अगर शिक्षकों कर्मचारियों पर गिराने की कोशिश की गई गई तो समन्वय समिति इसके खिलाफ आंदोलन करेगी। शिक्षक संघ महासचिव राजेंद्र कैड़ा ने कहा कि समन्यवय समिति विश्वविद्याय के साझा हित में कोई समझौता नहीं करेगी। कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष राजेश आर्या ने कहा कि शिक्षकों और कर्मचारियों की एकता को तोड़ने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

शिक्षकों और कर्मचारियों की बैठक में समान काम के लिए समान वेतन, वर्षों से काम कर रहे लोगों के नियमितिकरण की मांग उठाई गयी।
बैठक में शिक्षकों और कर्मचारियों ने मांग की कि कोविड के ख़तरे को देखते हुए 28 दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह को वर्चुअल तरीक़े से आयोजित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही बैठक में वक्ताओं ने विश्वविद्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार का भी मुद्दा उठाया। कहा कि शिक्षक-कर्मचारियों की एकता को तोड़ने के लिए प्रशासन की सह पर डमी संगठन बनाने की कोशिश की जा रही है और ऐसे डमी और चमचा संगठनों का शिक्षक-कर्मचारी समन्यवय समिति करारा जवाब देगी।

बैठक में शिक्षक संघ की उपाध्यक्ष शालिनी चौधऱी, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह,कर्मचारी संगठन के चारू जोशी, उमेश खनवाला, योगेश मिश्रा, भुवन पलड़िया, राकेश पंत, मोहन जोशी, मोहन बवाड़ी,कमला राठौर, दीपिका रैकवाल, नीमा उप्रेती, लीला बेलवाल, दिनेश फुलारा, जगत सिंह, कमल पंवार, कैलाश राम, मधु डोगरा, आकांक्षा रावत, सरिता देवी, प्रमोद पंत, प्रमोद जोशी, छाया देवी फिरोज खान आदि मौजूद रहे।