स्वतंत्रता संग्राम की गवाह देघाट की भूमि पर धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस, रंगारंग कार्यक्रमों ने लगाए चार चांद

देघाट अल्मोड़ा से सी एस सनवाल की रिपोर्टदेघाट| अल्मोड़ा जनपद के अंतिम छोर व गढ़वाल मंडल की सीमा से लगे देघाट में गणत्रंत दिवस के…

IMG 20190127 WA0017


देघाट अल्मोड़ा से सी एस सनवाल की रिपोर्ट
देघाट| अल्मोड़ा जनपद के अंतिम छोर व गढ़वाल मंडल की सीमा से लगे देघाट में गणत्रंत दिवस के मौके पर 75 महिला मंगल दलों सहित विभिन्न स्कूलों व पूर्व सैनिकों द्वारा निकाली गयी झांकी मुख्य आकर्षण रहा वहीं लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रमों ने देवभूमि की संस्कृति को मूर्त रूप दिया|

देखें कार्यक्रम की एक झलक


उत्तराचंल पूर्व सैनिक लीग चौकोट चौथान द्वारा आर्य इण्टर कालेज देघाट के मैदान में आयोजि गणंतंत्र दिवस के 70वर्ष गाठ के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सल्ट विधायक सुरेंद्रसिंह जीना ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर किया| इस मौके पर बाजे गाजे के साथ पूर्व सैनिकों,स्कूली बच्चों की परेड की सलामी विधायक ने ली|विभिन्न गांवों से पहुची 75 महिला मंगल दलों ने पांरम्परिक परिधानों में सज धज कर मंगल गीतों,झोड़ो,देश भक्ति गीतों के साथ आकर्षक झाकी निकाली जिसमें स्थानीय फल व शब्जी उत्पाद को भी प्रदर्शित किया गया|जबकि संस्कृति एक सामाजिक संस्था के गायक गिरीश सनवाल पहाड़ी व शंकुतंला रमौला ने देव वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत की|

कलाकारों ने देवभूमि की लोक संस्कृति को वाद्य यंत्रों के थाप के बीच जींवत रूप दिया|स्कूली बच्चों ने भी इसमें बढचढ कर हिस्सा लिया|मुख्य अतिथि विधायक सुरेंद्रसिंह जीना ने संबोधित कर गणतंत्र दिवस की जन समुदाय को बधाई दी उन्होने भारतीय लोकतंत्र विश्व में अद्वितीय है|जिसमें वसुधैवं कुटुम्बकम व विविधता में एकता की भावना समाहित है|विधायक ने कहा विधान सभा में सड़क,पानी जैसी मूलभूत समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से किया जा रहा है तथा देघाट से स्याल्दे तक नदी के किनारे तंटबंध निर्माण के लिये पाच करोड़ की स्वीकृति सरकार ने दी है|उन्हो,ने अपनी ओर से महिला मंगल दलों व स्कूली बच्चों को पुरस्कृत किया|इस मौके पर लीग के अध्यक्ष रघुनाथसिंह बंगारी,ब्लाक प्रमुख स्याल्दे आनंदी कत्यूरा,जिपंस नीमा बंगारी, हंसा नेगी, तारादत्त शर्मा, भीमसिमह,अशोक तिवारी, मुकेश भट्ट, भैरव ढौडियाल,पूरन रजवार सहित सैकड़ो लोगों का जन सैलाब रहा|