उपलब्धि : नैनीताल के प्रसिद्ध फोटोग्राफर अनूप साह को पद्मश्री सम्मान

नैनीताल। प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान की सूची में प्रसिद्ध फोटोग्राफर,पर्वतारोही अनूप साह का नाम शामिल होने पर नैनीताल सहित पूरा उत्तराखण्ड गौरवान्वित हुआ है। साह की…

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नैनीताल। प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मान की सूची में प्रसिद्ध फोटोग्राफर,पर्वतारोही अनूप साह का नाम शामिल होने पर नैनीताल सहित पूरा उत्तराखण्ड गौरवान्वित हुआ है। साह की फोटोग्राफी की धमक हर जगह है। उनके कैमरे में कैद चित्र राजभवन की कॉफी टेबल बुक में जगह पा चुके है। इनके पिता प्रसिद्ध सा​माजिक कार्यकर्ता स्व. चंद्रलाल साह ठुलघरिया थे। अपने हिमालय प्रेम के कारण उन्होने ही फ्लोरिस्ट लीग की स्थापना की। नैनीताल में 1985 में इस लीग की ​स्थापना की गई। इसके अलावा प्रसिद्ध इतिहासकार और पदमश्री शेखर पाठक के साथ उनकी पुस्तक कुमाऊं हिमालय टेंपटेशन भी प्रकाशित हुई है। वह समूचे विश्व में डायमंड रैंकिंग फोटोग्राफर भी हैं। अनूप साह के 3500 से ज्यादा फोटोग्राफ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में चयनित हो चुके है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी अनूप साह का जन्म् 8 आठ अगस्त 1949 को सरोवर नगरी में हुआ। उनकी शिक्षा-दीक्षा भी नैनीताल में ही हुई। सरोवर नगरी नैनीताल के अनूप साह उत्तराखंड हिमालय और हिमालय की वनस्पतियों और जैव विविधता की गहरी समझ रखते है। उन्हे इन विषयों पर इतनी गहरी समझ के बारे में इनसाइक्लोपीडिया भी कहा जाता हैं। पर्यावरण सरंक्षण के लिये बेहद चिंतित रहने वाले अनूप साह इसके लिये संघर्ष करते रहते है।
सरोवर नगरी में जन्मे अनूप साह ने पर्वतारोहण में भी कई कीर्तिमान स्थापित किये है। 6611 मीटर ऊंची नंदाखाट चोटी पर पहुचने वाले वह प्रथम व्यक्ति रहे है। यह उपलब्धि उन्होने 1़970 में प्राप्त की। 53 वर्षों के बाद 2004 में साह ने ट्रेल पास को पार किया। अनूप साह के नाम 6 दुर्गम चोटियों पर सफल आरोहण की उपलब्धि हासिल है।