Pithoragarh- राज्यपाल कोश्यारी पहुंचे मुवानी स्थित महिला आश्रम, नई बिल्डिंग का किया शिलान्यास

पिथौरागढ़। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शुक्रवार को स्व. शेर सिंह कार्की महिला आश्रम, मुवानी पहुंचे और वहां संचालित सरस्वती विहार स्कूल की इंटरमीडिएट…

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पिथौरागढ़। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी शुक्रवार को स्व. शेर सिंह कार्की महिला आश्रम, मुवानी पहुंचे और वहां संचालित सरस्वती विहार स्कूल की इंटरमीडिएट कक्षाओं के लिए भवन निर्माण का शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने आश्रम के नवनिर्मित अतिथि गृह का लोकार्पण भी किया। इस मौके पर उन्होंने अपनी कर्मस्थली महिला आश्रम के पुराने दिनों को भी याद किया।

गौरतलब है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कुछ रोज पूर्व पिथौरागढ़ जिले के भ्रमण पर यहां पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने जिला मुख्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की और ज्यादातर समय अपने परिजनों के साथ गुजारा। शुक्रवार को पूर्वान्ह वह मुवानी स्थित महिला आश्रम पहुंचे जो पूर्व में उनकी कर्मस्थली रहा है।

मुवानी पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के बीच स्कूली विद्यार्थियों द्वारा कलश यात्रा के साथ उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर राज्यपाल कोश्यारी ने आश्रम में आठवीं कक्षा तक संचालित स्कूल के सरस्वती विहार के प्रस्तावित भवन का शिलान्यास करने के साथ ही अतिथि गृह का लोकार्पण भी किया।

कार्यक्रम में राज्यपाल कोश्यारी ने विगत बोर्ड परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाले जीआईसी मुवानी और क्षेत्र के अन्य विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर भगतदा ने कहा कि वह जल्द ही महराट्र के किसानों को एक दल मुवानी क्षेत्र में भेजेंगे जिससे वह मुवानी घाटी की उपजाऊ स्थितियों की जानकारी लेने के साथ ही क्षेत्र के किसानों को कृा संबंधी आधुनिक जानकारी भी देंगे।

इस दौरान भगतदा अपने पुराने दिनों के बहुत से परिचितों और जानने वालों से भी मिले और उनका हालचाल लिया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, ब्लॉक प्रमुख कनालीछीना सुनीता कन्याल, जिपं उपाध्यक्ष कोमल मेहता, पूर्व जिपं अध्यक्ष वीरेंद्र बोहरा, स्वामी वीरेंद्रानंद, गिरीश जोशी, रमेश बम, कुन्दन पुजारा, जीवन वर्मा, जगत सिंह मेहता सहित क्षेत्र के अनेक लोग मौजूद थे। मुवानी में कार्यक्रम के बाद राज्यपाल कोश्यारी थल के लिए रवाना हुए जहां कुछ देर रुकने के बाद वह अपने गांव बागेश्वर जनपद के खेमिला-चेटाबगड़ के लिए रवाना हो गए।