सीएम धामी ने लिया अतिवृष्टि से नुकसान का जायजा, मृतको के परिजनो को 4 लाख की मदद देने की घोषणा

उत्तराखण्ड में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात का जायजा लिया। उन्होनें आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के…

CM Dhami took stock of the damage due to excessive rain

उत्तराखण्ड में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात का जायजा लिया। उन्होनें आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के बाद जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग से जनपद के साथ चारधाम यात्रा की स्थिति भी जानकारी ली।सीएम धामी ने मृतको के परिजनो को 4 लाख रूपये की राहत राशि दिये जाने की घोषणा की। कहा कि भवन क्षति, पशुधन क्षति आदि पर भी मानकों के अनुरूप सहायता राशि जल्द ही दी जाएगी।


कुमांऊ क्षेत्र के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के बाद पंतनगर सीएम ने जिलाधिकारी, वायुसेना एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत कार्यों के बारे में चर्चा की। देर सांय सीएम ने नैनीताल जनपद में उत्पन्न हालात का जायजा भी लिया। पंतनगर से सीएम सड़क मार्ग से रूद्रपुर और फिर हल्द्वानी पहुंचे और अधिकारियों के साथ राहत एवं बचाव कार्यों के बारे ​में जानकारी लेने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।


सीएम ने अधिकारियों से बचाव कार्यों में तेजी लाने तथा पीडितों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने को कहा।
मंगलवार को सीएम धामी ने पूर्वाहन मे सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबन्धन कन्ट्रोल रूम गये और वहां प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी स्थिति का जायजा लिया।


उसके बाद मुख्यमंत्री ने गढ़वाल व कुमांऊ क्षेत्र के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया तथा रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से यात्रा व्यवस्थाओं तथा विभिन्न स्थानों पर रूके यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पीडितों के साथ ही यात्रियां को हर संभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने बन्द मार्गो को खोलने के भी निर्देश जिलाधिकारी को दिये।


दोपहर बाद मुख्यमंत्री ने कुंमाऊ क्षेत्र के रामनगर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज आदि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर पंतनगर एयरपोर्ट पर जिलाधिकारी के साथ एयर फोर्स, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यो के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने रूद्रपुर संजयनगर खेड़ा में उत्पन्न जल भराव की स्थिति का जायता लिया तथा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व रहने, भोजन आदि की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग किया जायेगा।

उन्होने कहा कि इस आपदा के कारण जिन परिवारों में जनहानि हुई है उनके आश्रितों को 4 लाख रूपये का मुआवजा दिया जायेगा। उन्होने पीङितों से मिलते हुए कहा कि सरकार द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि यह एक दैवीय आपदा की घड़ी है, इस परिस्थितियों में सभी के सहयोग से इस आपदा से निपटा जायेगा। उन्होने रेस्क्यू मे लगे एनडीआरएफ, पुलिस के जवानों का हौसला भी बढ़ाया।


मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से हल्द्वानी पहुंचे तथा अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए गोला नदी पुल का निरीक्षण किया और नदी से हुए नुकसान का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें भी सुनी। मुख्यमंत्री ने पीडितों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।


सर्किट हाउस काठगोदाम में मुख्यमंत्री ने जनपद नैनीताल के अधिकारियों के साथ जनपद में आपदा से हुए नुकसान आदि की समीक्षा की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में पूरे मनायोग एवं तत्परता के साथ सम्पादित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर पीडित की मदद करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इस सम्बन्ध में कोई कोताही न बरती जाय।इस मौके पर आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धनसिंह रावत भी उनके साथ मौजूद रहे।