वृक्षमानव- विशेश्वर दत्त सकलानी का निधन

“वृक्ष मेरे माता-पिता, वृक्ष मेरी संतान, वृक्ष ही मेरे सगे साथी” अंतिम समय तक ऐसी सोच रखने वाले, वृक्षमानव के नाम से प्रसिद्ध, उत्तराखंड के…

“वृक्ष मेरे माता-पिता, वृक्ष मेरी संतान, वृक्ष ही मेरे सगे साथी” अंतिम समय तक ऐसी सोच रखने वाले, वृक्षमानव के नाम से प्रसिद्ध, उत्तराखंड के लाल विशेश्वर दत्त सकलानी जी नहीं रहे। वृक्षारोपण हेतु सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने के कारण 19 नवंबर 1986 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इन्हें- इंदिरा प्रियदर्शनी वृक्ष मित्र, पुरस्कार से भी सम्मानित किया था। जीवन के अंत तक पर्यावरण के प्रति समर्पित रहने वाले वृक्षमानव को सत् सत् नमन।