Almora: ईको टूरिज्म (Eco-tourism) से ज़ुड़ेगा शीतलाखेत क्षेत्र, मुख्य वन संरक्षक ने ​दिए यह निर्देश

अल्मोड़ा, 08 जून 2021 शीतलाखेत क्षेत्र जल्द ही ईको टूरिज्म (Eco-tourism) से जुड़ेगा। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ, नैनीताल तेजस्विनी अरविन्द पाटिल ने शीतलाखेत क्षेत्र को…

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अल्मोड़ा, 08 जून 2021
शीतलाखेत क्षेत्र जल्द ही ईको टूरिज्म (Eco-tourism) से जुड़ेगा। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ, नैनीताल तेजस्विनी अरविन्द पाटिल ने शीतलाखेत क्षेत्र को ईको टूरिज्म से जोडने के लिए अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए है। 

 

निरीक्षण के दौरान मुख्य वन संरक्षक ने पुराने ट्रैकरूटों, शीतलाखेत वर्ड वाचिंग, शीतलाखेत स्याही देवी, शीतलाखेत मटीला का जीर्णोद्धार, शीतलाखेत वन विश्राम भवन की मरम्मत आदि कार्यों की कार्ययोजना बनाकर शीघ्र प्रस्तुत करने हेतु विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। 
 

इस दौरान उन्होंने कहा कि शीतलाखेत क्षेत्र को ईको टूरिज्म (Eco-tourism) से जोड़ने पर जनपद में ईको टूरिज्म व पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। 
 

मुख्य वन संरक्षक द्वारा कोसी पुनर्जनन योजना अन्तर्गत अल्मोडा वन प्रभाग के शीतलाखेत क्षेत्र में किये गये पौंधारोपण चाल-खाल ट्रेन्च, पिरुल पैकडेन, ड्राई चेकडेम इत्यादि कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में चौड़ी प्रजाति के पौधों व फलदार पौधों के रोपण को प्रोत्साहन देने हेतु निर्देशित किया गया। कहा कि भविष्य में जल की महत्वता के दृष्टिगत जल संरक्षण कार्यों का कराया जाना नितांत आवश्यक है।
 

निरीक्षण के दौरान वन संरक्षक उतरी कुमाऊं वृत्त प्रवीण कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव,  प्रभागीय वनाधिकारी सिविल एवं सोयम वन प्रभाग रमेश चंद्र काण्डपाल, उप प्रभागीय वनाधिकारी भूपाल सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।