Almora::: स्वजल परियोजना के कार्यों में धांधली का आरोप, ग्रामीणों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

अल्मोड़ा। धौलादेवी विकास खंड के बमनस्वाल के ग्रामीणों ने जिला परियोजना प्रबन्धक इकाई स्वजल परियोजना के कार्यो में धांधली का आरोप लगाया हैं। ग्रामीणों ने…

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अल्मोड़ा। धौलादेवी विकास खंड के बमनस्वाल के ग्रामीणों ने जिला परियोजना प्रबन्धक इकाई स्वजल परियोजना के कार्यो में धांधली का आरोप लगाया हैं। ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंप मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। 
 

डीएम को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि जिला परियोजना प्रबन्धक इकाई स्वजल परियोजना की योजनाओं में पूर्व प्रधान द्वारा सरकारी धनराशि का दुरूप्रयोग किया गया है। सूचना का अधिकार में जानकारी मांगने पर पूर्व प्रधान द्वारा शौचालयों एवं अन्य कार्यो में धांधली किया जाना पाया गया। ग्रामीणों ने कहा कि विभाग व पूर्व प्रधान की मिलीभगत से स्वच्छ शौचालय व अन्य योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का दुरूप्रयोग किया गया है। 
 

ज्ञाापन में कहा कि वर्ष गांव में 2016 से 2018 तक आवंटित शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया था। इस संबंध में जब ग्रामीणों द्वारा सूचना का अधिकार मांगा गया तो पता चला कि वर्ष 2021 में यानि 3 साल बाद शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है।लेकिन अभी भी लाभार्थियों को शौचालयों की धनराशि नहीं मिली है। जिस कारण ग्रामीणों में  प्रधान व विभाग के खिलाफ आक्रोश है। 
 

ज्ञापन में यह भी कहा कि इतनी धांधली करने के बाद भी वर्तमान में पूर्व प्रधान को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति का कोषाध्यक्ष बनाया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व प्रधान द्वारा इस पद का भी दुरूप्रयोग करते हुऐ कूड़ेदान, वर्मी कम्पोस्ट एवं खाद्य के गड्डे समेत अनेक निर्माण कार्यो में वित्तीय धांधली की है। यह मामला सूचना के अधिकार में सामने आया है।  
 

ग्रामीणों ने डीएम से पूर्व प्रधान द्वारा स्वजल कार्यों में की गई अनियमितताओं और वर्तमान में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति का कोषाध्यक्ष रहने के दौरान विभिन्न निर्माण कार्यों में की गई वित्तीय गड़बड़ियों की जांच  कर मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही खण्ड विकास अधिकारी, धौलादेवी को ग्राम बमनस्वाल में खुली बैठक कराने व स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति का नया गठन करने के लिए निर्देशित करने की मांग की है।
 

ज्ञापन देने वालों में मोहन उपाध्याय, मोहन तिवारी, नंदाबल्लभ भट्ट, शेखर राम, गंगा राम देव राम समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।