हवालबाग ब्लॉक के इन गांवों में चल रहा है जैव विविधता का राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, जैव विविधता पंजिका के लिए चल रहा प्रशिक्षण

अल्मोड़ा- पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से हरित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 15 दिवसीय लोक जैव विविधता पंजिका का प्रशिक्षण कार्यक्रम जीबी पंत…

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photo-uttranews

अल्मोड़ा- पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से हरित कौशल विकास कार्यक्रम के तहत 15 दिवसीय लोक जैव विविधता पंजिका का प्रशिक्षण कार्यक्रम जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान में शुरू हो गया है। यह कार्यक्रम संस्थान के इनविस केन्द्र में आयोजित हो रहा है। यह कार्यक्रम 21 जनवरी तक चलेगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन वीपीकेएएस के निदेशक डा. अरुणव पटनायक ने किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से देश के लगभग 5.50 लाख लोगों को वन एव पर्यावरण क्षेत्र में कौशल विकास के लिए तैयार करना है।उन्होंने कहा कि लोक जैव विविधता पंजिका का संकलन ग्रामीण समुदायों के मध्य जागरुकता, सशक्तीकरण एवं जैव विविधता के संरक्षण के लिए किया जाएगा।
संस्थान के निदेशक डा. आरएस रावल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड देहरादून के साथ संस्थान की सहभागिता सुनिश्चित होगी साथ ही भारत सरकार को हरित कौशल विकास के लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड के सलाहकार डा. आरपी काला ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय के बारे में बताया।
कार्यक्रम के संयोजक व इनविस केन्द्र प्रभारी डा. गिरीश नेगी ने स्लाइड शो के माध्यम से कार्यक्रम की जानकारी दी। बताया कि हवालबाग ब्लॉक के पांच चयनित गांवों धारी, धामस,नौला, सल्ला रौतेला व चिनोना में यह पंजिका तैयार की जाएगी। इन गांवों के ग्राम प्रधान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम में राज्य के 9 जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ,चमोली, रुद्रप्रयाग व बागेश्वर के 15 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।सीसीआरएएस ताड़ीखेत के डा. जीसी जोशी, केवीके मटेला के डा. एके सिंह,बची सिंह बिष्ट,डा. विनोद रावत, डा. रवीन्द्र जोशी आदि मौजूद थे। संचालन इनविस केन्द्र के डा. महेशानंद ने किया।