धारचूला के मारछा में सिक्योर हिमालय की बैठक

पिथौरागढ़। धारचूला वनविभाग रेंज के मारछा गावं (कालिका ) में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सिक्योर हिमालय परियोजना के क्रियावन्वयन के…

pithoragh ke marchh gaon me cecuere himalya ki baithak

पिथौरागढ़। धारचूला वनविभाग रेंज के मारछा गावं (कालिका ) में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सिक्योर हिमालय परियोजना के क्रियावन्वयन के लिए चयनित ग्रामों के ग्राम प्रधानों एवं संरपचों को परियोजना से अवगत कराया गया। ज्ञात्व्य है कि यह योजना उत्तराखड के चयनित गंगोत्री गोविन्द एवं दारमा व्यास घाटियों के संचालित की जा रही है। सिक्योर हिमालय परियोजना वन विभाग उत्तराखड द्वारा संचालित की जा रही है। परियोजना का क्रियान्वयन वन जलवायु पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हिमालय के चार राज्यों में किया जा रहा है।यह परियोजना विश्व वैश्विक पर्यावरण सुविधा के द्वारा वित पोषित एवं संयुक्त राष्ट संघ विकास कार्यक्रम द्वारा सहयोग प्राप्त है। परियोजना में जैव विविधता संरक्षण, मुख्यतः हिम तेंदुआ व अन्य विलुप्तप्रायः प्रजातियों का संरक्षण, विविध आजीविका संवर्द्धन के विकल्पों को बढ़ावा देने के बारे में ग्रामीणों के साथ विचार विमर्श किया गया। कार्यशाला में वन्यजीव सम्बन्धी अपराधों एवं अवैध शिकार को कम करने ,बेहतर संवाद प्रणाली तथा जानकारियों के प्रबंधन के बारे में लोगों को जानकारी दी गई।

 

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कार्यशाला में धारचूला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार ने परियोजना के चयनित गांव से आये हुऐ ग्रामीणों के समक्ष हिम तेदूऐं के संरक्षण, आजीविका संवर्धन के सम्भावित घटकों , मार्केट लिंकेज को बढावा देने और इनको लैण्डस्केप पर लागू करने पर चर्चा की। कार्यशाला में चयनित 6 ग्रामों के ग्राम प्रधानो एवं सरंपचों ने भी अपने विचार रखे। कार्यशाला में बोन गांव के ग्राम प्रधान किशन सिंह बोनाल, श्रीमती रेखा तितियाल,विनोद मारछाल, सुधी एनजीओ से श्री किशोर पंत, यूएनडीपी से उमेद सिंह, भास्कर जोशी आदि मौजूद रहे।

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