निरंकुश भाजपा सरकार ने किया किसानों को आत्महत्या करने पर मजबुर। डा0 गणेश उपाध्याय

रिर्पोटर- मैडी मोहन कोरंगा >       उपाध्याय ने कहा किसानों की नही सुन रही है भाजपा सरकार शान्तिपुरी। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रदेश महामंत्री डॉ0…

डा0 गणेश उपाध्याय पूर्व दर्जा राज्य मंत्री
डा0 गणेश उपाध्याय पूर्व दर्जा राज्य मंत्री
डा0 गणेश उपाध्याय- पूर्व दर्जा राज्य मंत्री

रिर्पोटर- मैडी मोहन कोरंगा

>       उपाध्याय ने कहा किसानों की नही सुन रही है भाजपा सरकार

शान्तिपुरी। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रदेमहामंत्री डॉ0 गणेउपाध्याय ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना खरीद मूल्य में मात्र 1 रू0 की बढ़ोत्तरी को किसानों के साथ मजाक बताया है। उन्होनें कहा कि एक तरफ प्रदेश में लगातार किसान आत्महत्या कर रहे हैं। वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार मात्र 1 रू0 बढ़ौत्तरी कर गरीब किसानों का माखौल उड़ाते हुये ऊॅंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को पूरा कर रही है। एक तरफ प्रदेश में किसानों का पिछले वर्ष के गन्ने का 326 करोड़ रू0 सरकार पर बकाया है। वहीं धान की फसल का कुमायॅू मण्डल में 21 करोड़ रू0 सरकार पर बकाया है। जबकि धान बेचे हुये किसानों को 2 माह से अधिक का समय व्यतीत हो चुका है। साथ ही जब तक प्रदेश में विधानसभा सत्र में अनुपूरक बजट पेश नहीं किया जाता किसानों का कोई भी भुगतान करने को सरकार की मंशा नहीं है। उन्होनें कहा कि मंत्री और विधायकों के वेतन भत्ते दुगुने करने में सरकार 1 मिनट लगाती है। वहीं किसानों की बदहाली और आत्महत्या के लिये भाजपा की मंशा साफ हो चुकी है। भाजपा के शासनकाल में प्रदेश में अब तक कर्ज के तले दबकर 9 किसान आत्महत्या कर चुके है। देवभूमि में निरंकुश भाजपा सरकार ने किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर रखा है। भाजपा को प्रदेश की सभी पॉंचो लोकसभा सीटों पर एक तरफा किसानों, मजदूरों द्वारा समर्थन दिये जाने तथा राज्य में भाजपा के 57 विधायकों को जिताकर जनता ने डबल इंजन की सरकार बनायी। जिसका परिणाम किसानों को आत्महत्या करके भुगतना पड़ रहा है। उन्होनें कहा कि एक तरफ देश में कांग्रेस की पॉंचो राज्यों की कांग्रेस सरकार ने किसानों के कर्ज को माफ कर दिया है। वहीं प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार लाने के बावजूद किसान अपनी बदहाली पर रो रहा है। लोकसभा का चुनाव नजदीक है। जिस प्रकार भाजपा की सरकार केन्द्र व प्रदेश में कार्य कर रही है। उससे प्रतीत होता है कि भाजपा को अहसास हो चुका है कि जनता ने उन्हें उखाड़ फेंकने का निर्णय ले लिया है।