प्रभारी मंत्री बनने के बाद अल्मोड़ा नहीं आए हरक सिंह रावत, विपक्ष उठा रहा सवाल, सरकार कर रही बचाव

अल्मोड़ा:- कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को जून माह में अल्मोड़ा जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया था लेकिन छह माह बीत जाने के बाद…

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अल्मोड़ा:- कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को जून माह में अल्मोड़ा जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया था लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी मंत्री हरक सिंह रावत एक बार भी अल्मोड़ा जिले में नहीं आए,
प्रशासन के अधिकारी जरूरी फाइलों में हस्ताक्षर के लिए देहरादून जाने को विवश हैं|
विपक्ष ऩे भी मामले पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है |जिससे सरकार को आरोपों पर बचाव करना पड़ रहा है |
मालूम हो कि प्रदेश के जिलों के विकास कार्यों में तेजी के लिए मुख्यमंत्री ने प्रभारी मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है हर जिले के लिए प्रभारी मंत्री तैनात किए हैं |
जिला योजना सहित सभी विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए प्रति तिमाही प्रभारी मंत्री समीक्षा बैठक लेते हैं| लेकिन अल्मोड़ा जिला के प्रभारी मंत्री बनने के बाद से हरक सिंह रावत एक बार भी अल्मोड़ा नहीं आए हैं, कोसी पुनर्जनन कार्यक्रम में सहित कई बड़े कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्री मौजूद नहीं रहे | हरक सिंह रावत से पूर्व डा. धन सिंह रावत के पास अल्मोड़ा के प्रभारी मंत्री थे |
इधर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताबंर पांडे ने कहा कि प्रभारी मंत्री के नहीं आने से विकास कार्यों की प्रगति बाधित हो रही है वहीं जरूरी फाईलों में हस्ताक्षर के लिए अधिकारियों को देहरादून चक्कर काटने पड़ रहे हैं|
इधर विपक्ष के आरोपों पर बचाव करते हुए वित्त व संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि अपेक्षा है कि सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में जाएं| मंत्री हरक सिंह रावत का नाम लिए बिना प्रकाश पंत ने आगे कहा कि उन्होंने भी अल्मोड़ा जाने का कार्यक्रम तय किया था. मगर कुछ कारणों से उन्हें अपने कार्यक्रम स्थगित करने पड़े| उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि मंत्री अल्मोड़ा जिला में समीक्षा बैठक के लिए उपस्थित हों|