यह पहाड़ है साहब, यहां आज भी मीलों पैदल चलकर गांव पहुंचते हैं लोग, स्कूल जाने के लिए 10 किमी की दूरी तय करते हैं बच्चे पढ़ें पूरी खबर

अल्मोड़ा। आजादी के 71 साल बाद भी भैसियाछाना के दूरस्थ क्षेत्र में मूलभूत सुविधा कही जाने वाली सड़क सुविधा नसीब नहीं हुई है | यहां मंगलता—त्रिनैली…

IMG 20181218 WA0004
IMG 20181218 WA0004
Photo -uttranews

अल्मोड़ा। आजादी के 71 साल बाद भी भैसियाछाना के दूरस्थ क्षेत्र में मूलभूत सुविधा कही जाने वाली सड़क सुविधा नसीब नहीं हुई है | यहां मंगलता—त्रिनैली मोटर मार्ग का निर्माण अधर में लटकने से क्षेत्र के डेड़ दर्जन से भी अधिक क्षेत्रवा​सी घर पहुंचने के लिए घंटो पैदल चलना पड़ता है |
क्षेत्रवासियों ने मंगलता—त्रिनैली मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किए जाने की मांग डीएम से की। डीएम को दिए गए ज्ञापन में क्षेत्रवासियों ने कहा कि मंगलता—त्रिनैली मोटर मार्ग पीएमजीएसवाई के अंतर्गत अप्रैल 2010 में प्रस्वावित हुआ उसके बाद अनेक समस्याओं का सामना करके क्षेत्रवासियों के अथक प्रयास से 25 अप्रैल 2018 में सड़क निर्माण के लिए 17.67 करोड़ रूपये स्वीकृत किया गया। इसके बाद 10 जुलाई 2018 को टेण्डर प्रकाशित हुआ तथा 7 अगस्त 2018 को टेण्डर की टैक्निकल विड खोली गई। टेण्डर हो जाने के बाद एक ठेकेदार ने प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए न्यायालय की शरण ले ली। तब से यह मामला कोर्ट विचारधीन है। लोगों का कहना है कि मंगलता त्रिनैली मार्ग के बीच जुड़े डेड़ दर्जन गांव त्रिनैली कोदा, धौलनैली, निरानैली, सजौला, जामड़ी, कदाजिया, परया, थाला, बोढ़ा, थिकलना, नायल, मोहरादावा, पिनौली, विशनेली, एरीखान समेत कई गांव आज भी मीलों पैदल चलने को मजबूर हैं |अस्वस्थ व्यक्ति को दुर्गम रास्तों से खच्चर तथा घोड़ो की मदद से दूर—दराज अस्पतालों में लाया जाता है। नन्हें बच्चों को 10 किमी पैदल चलकर स्कूल जाना पड़ता है। जिससे बच्चों की क्षेत्रवासियों ने इस गंभीर समस्या मंगलता, त्रिनैली मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किए जाने की मांग करते हुए एेसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी | ज्ञापन देने वालों में पूर्व छात्र संघ विमल वाणी, गोकुल वाणी, कृष्णा वाणी, योगेश डसीला, देवेंद्र मेहता, अखिलेश मेहता, नीरज, कमल, महेश, ईश्वरी, खिमपाल, राजेश आदि क्षेत्रवासी मौजूद थे।
इधर एनएयूआई कार्यकर्ताओं ने मंगलता-त्रिनेली सड़क की मांग को लेकर राज्य सरकार का पुतला फूंका और जल्द सड़क निर्माण शुरु नहीं होने पर ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी दी | कार्यकर्ताओं ने कहा कि क्षेत्र में पड़ने वाले 18 तोकों की 1800 से अधिक की आबादी आज भी गांव पहुंचने के लिए चार घंटा पैदल चलती है |इस मौके पर छात्रसंघ कोषाध्यक्ष अभिशेक बनौला, शंकर जोशी, संजू सिंह, रितिक नयाल, हरीश गिरी गोस्वामी, नवीन कनवाल, सागर बाल्मीकि, संतोष रावत, विक्रम सिंह फर्त्याल, संजय भैसोड़ा, सागर पारछा, शरत कुमार, मनोज तिवारी, पुनीत प्रभात, महेन्द्र सिंह मेहरा, पंकज खंपा आदि मौजूद थे |