तो कोसी संरक्षण अभियान में हुई है वित्तीय अनियमितता?डीएफओ ने कहा उनके औचक निरीक्षण के बाद बिगड़ी बात, पत्रकार वार्ता में रखा अपना पक्ष

दूसरे दिन भी कार्यालय से नदारत रहे कर्मचारी,वन संरक्षक कार्यालय में डाला डेरा देखिए पत्रकार वार्ता में क्या कहा डीएफओ ने—— अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में वन…

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दूसरे दिन भी कार्यालय से नदारत रहे कर्मचारी,वन संरक्षक कार्यालय में डाला डेरा

देखिए पत्रकार वार्ता में क्या कहा डीएफओ ने——

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में वन विभाग के कर्मचारियों और डीएफओ के बीच विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। दूसरे दिन भी कर्मचारी वन प्रभाग के कार्यालयों में ना जाकर वन संरक्षक कार्यालय में पहुंचे।डीएफओ कार्यालय के दोनों डिविजनो में केवल डीएफओ पंकज कुमार ही दिखाई दिए पूरा परिसर खाली और खुले कार्यालय कक्षों में सूनापन यहीं मंगलवार को डीएफओ कार्यालय का नजारा था। इस दौरान अपने कक्ष में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा कर्मचारियों से वार्ता के पक्षधर रहे। और 16 नवंबर से लगातार कर्मचारियों से संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत कुछ लोग कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं। उच्चाधिकारी भी इससे अवगत हैं। उन्होंने कहा कि अब इन कर्मचारियों द्वारा उनके ड्राइवर को भी काम पर आने से मना कर दिया है।
उन्होंने कहा कि वह माह में केवल 10 दिन कार्यालय में रहते हैं अन्य दिनों फील्ड या अन्य कार्यों में ऐसे में रोज कर्मचारियों को देर तक कार्यालय रोकने का आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि हमारी ड्यूरी 10 से 5 तक की नहीं है। काम को देख कर यह बढ़ सकती है लेकिन कर्मचारी जिस तरह उद्दवेलित किए गए हैं यह एक साजिश का हिस्सा हो सकता है।

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डीएफओ पंकज कुमार ने कहा कि उन्होंने 16 नवंबर को अल्मोड़ा रेंज कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था इस दौरान कोसी पुनर्जनन अभियान के बजट में की गई खरीद पर उन्हें शंका हुई और यह प्रतीत हुआ की इसमें वित्तीय अनियमितता की गई है। उन्होंने तीन दिन में स्पष्टीकरण को भी कहा था लेकिन आज तक उन्हें कोई पक्ष या पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अनियमितता हुई या नहीं अभी जांच नहीं हुई है लेकिन उन्हें जो शंका हुई उसका समाधान होना चाहिए इसे जिम्मेदार अधिकारी ही करेंगे।उन्होंने कहा कि डीएफओ होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वह शंका समाधान करे और अधिकारियों को पत्रावली या दस्तावेज उपलब्ध कराने चाहिए। उन्होंने कहा कि दो दिन से कर्मचारी लगातार कार्यालय से गायब हैं उनकी ड्यूटी यहां है इसलिए वह सामुहिक अनुपस्थित माने जाएंगे इस संबंध में उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि नोटशीट से कार्य कराने के चलते भी वह कर्मचारियों के निशाने पर आए हैं। वह नियमानुसार कार्य करते रहेंगे। इधर कर्मचारियों ने डीएफओ को त्वरित स्थानांतरण की मांग करते हुए ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी व पूर्व सभासद अशोक कुमार व पंकज कांडपाल ने भी कर्मचारियों के पास जाकर उनकी मांगों का समर्थन किया। नो पे नो वर्क के तहत कार्यवाही करने की मंशा की भी आलोचना करते हुए जिलास्तरीय आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।

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