कैलाश भू-क्षेत्र के ’रं’ समाज की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण पर‌ वेबीनार (webinar) का आयोजन

अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोड़ा,‌ भारत तथा आई.सी.आई.एम.ओ.डी. संस्थान, नेपाल के तत्वाधान में चल रही अंतरराष्ट्रीय परियोजना- ’’पवित्र कैलाश भू-क्षेत्र…

webinar

अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोड़ा,‌ भारत तथा आई.सी.आई.एम.ओ.डी. संस्थान, नेपाल के तत्वाधान में चल रही अंतरराष्ट्रीय परियोजना- ’’पवित्र कैलाश भू-क्षेत्र संरक्षण एवं विकास पहल’’ के अन्तर्गत एक वेबिनार (webinar) का आयोजन कराया गया।

वेबिनार का मुख्य उद्देश्य कैलाश भू-क्षेत्र के ’रं’ समाज की सांस्कृतिक धरोहर को दस्तावेज के रूप में लाने के लिए विचार-विमर्श करना था।

प्रोफेसर आराधना शुक्ला ने किया अंतराष्ट्रीय वेबीनार (webinar) को संबोधित

वेबिनार (webinar) की शुरूआत करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. आई. डी. भट्ट ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने विचार साझा किये।

संस्थान के निदेशक डा. आर. एस. रावल ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए ’रं’ समाज के प्रतिनिधियों तथा वेबिनार (webinar) में जुड़े सभी बुद्धिजीवियों से इस धरोहर के संरक्षण के लिए बनाए जा रहे दस्तावेज को एक सुदृढ़ रूप देने के लिए बहुमूल्य सुझाव देने का आग्रह किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डा. विक्रम नेगी ने कार्यक्रम की रूप रेखा को सभी प्रतिभागियों सें साझा किया।

Job notification उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने जारी किया विज्ञापन

कार्यक्रम में डा. रविन्द्र जोशी ने ’रं’ समाज के लोगों से किये गये विचार विमर्श पर अपनी बात रखी। ’रं’ कल्याण संस्था से जुड़े एम. एस. नपलच्याल, बी. एस. बोनाल, पी. एस. सेलाल एवं अरविन्द एस ह्याँकी ने अपने विचार साझा कर इस प्रयास को महत्ता दी तथा कहा कि यह प्रलेखन ’रं’ समाज के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

कार्यक्रम में जुडे आई.सी.आई.एम.ओ.डी. (नेपाल) के प्रतिनिधियों ने भी इस प्रयसा की सराहना की। इस वेबिनार (webinar) में डा जी. एस. रावत, डा राजेन्द्र रावत तथा परियोजना से जुड़े अन्य बुद्धिजीवियों ने अपने विचार साझा किये।

निजीकरण (privatization) के विरोध में विपक्ष के साथ आ सकता है सरकारी कर्मचारी

कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सम्मिलित रूप से माना कि इस प्रयास से पवित्र कैलाश भू-क्षेत्र को एक अलग तथा अद्वितीय पहचान प्राप्त होगी। कार्यक्रम में संस्थान से रिषभ रावल, रवि पाठक, डा. वीना पाण्डेय, साइना ठाकुर तथा पुष्पा केवलानी सहित अनेक लोग शामिल

कृपया हमारे youtube चैनल को सब्सक्राइब करें

https://www.youtube.com/channel/UCq1fYiAdV-MIt14t_l1gBIw