70 वर्षीय महीला के पेट में था बच्चा, पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची अस्पताल तो हुआ चौकाने वाला खुलासा

गर्भावस्था और बच्चों का जन्म भगवान की इच्छा से जुड़ा हुआ है। कुछ मामले यह भी साबित करते हैं कि आज भी सबकुछ इंसान के…

n61281632817169871941726a739e39a2009ebe044701248f9757de84839a00008af19f750a1d231c2dfcd5

गर्भावस्था और बच्चों का जन्म भगवान की इच्छा से जुड़ा हुआ है। कुछ मामले यह भी साबित करते हैं कि आज भी सबकुछ इंसान के हाथ में नहीं है।वही एक ऐसा ही एक मामला अल्जीरिया से सामने आया है। डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार यहां डॉक्टरों के पास एक अजीब मामला आया, जिसमें एक बुजुर्ग महिला पेट दर्द से पीड़ित थी, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उसके साथ क्या गलत हुआ है।

जब वह अस्पताल पहुंची तो उसने जो नजारा देखा वह महिला की कल्पना से भी परे था।अल अरेबिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, घटना वर्ष 2016 की है, जहां एक महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल आई थी। इसके पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा था, जिसके बाद वह हेल्थ क्लीनिक पहुंची। यहां अल्ट्रासाउंड से पता चला कि उसके गर्भ में एक बच्चा है, जिसे उसने 35 साल पहले गर्भधारण कराया था। जानकारी के अनुसार 7 महीने के बाद बच्चा प्राकृतिक रूप से विकसित नहीं हो सका और गर्भ में ही रह गया। उस समय बच्चे का वजन 2 किलो था और वह धीरे-धीरे कैल्सीकृत होकर पत्थर में तब्दील हो गया।

डॉक्टरों ने कहा कि इस चिकित्सीय स्थिति को लिथोपेडियन कहा जाता है, जो बहुत दुर्लभ है। दुनिया भर के मेडिकल इतिहास में ऐसे केवल 300 मामले ही देखे गए हैं। डॉ किम गार्सी के मुताबिक, चूंकि बच्चा कैल्सीफाइड है, इसलिए मां संक्रमण से सुरक्षित रहती है। हैरानी की बात यह है कि इन दिनों में महिला को गर्भ में पल रहे बच्चे की पथरी के कारण कोई परेशानी नहीं हुई और न ही उसका पेट फूला हुआ नजर आया।