स्याहीदेवी-शीतलाखेत आरक्षित क्षेत्र को देखने पहुँचा चमोली का 43 सदस्यीय दल,वनाग्नि प्रबंधन माँडल के बारे में जाना

अल्मोड़ा:उत्तराखंड सरकार द्वारा वनाग्नि प्रबंधन के लिए माडल के रूप में घोषित स्याहीदेवी शीतलाखेत आरक्षित वन क्षेत्र को देखने बद्रीनाथ वन प्रभाग चमोली से 43…

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अल्मोड़ा:उत्तराखंड सरकार द्वारा वनाग्नि प्रबंधन के लिए माडल के रूप में घोषित स्याहीदेवी शीतलाखेत आरक्षित वन क्षेत्र को देखने बद्रीनाथ वन प्रभाग चमोली से 43 सदस्यीय दल ने शीतलाखेत पहुंच कर माडल की बारीकियों को समझा।
सुबह के सत्र में दल को वन विभाग और ग्रामीणों के परस्पर सहयोग और तालमेल से पिछले 12 सालों
में वनाग्नि से सुरक्षित वन क्षेत्र का भ्रमण कराया गया,जहां दल को एएनआर तथा फायर पट्टी की जानकारी दी गई।
दोपहर बाद भ्रमण दल को जंगल बचाओ जीवन बचाओ अभियान से जुङे रोन गांव ले जाया गया।गांव आगमन पर ग्राम प्रधान प्रेमा देवी, सरपंच सावित्री देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष दीपा देवी के नेतृत्व में दल का भव्य स्वागत किया।गांव में आयोजित समारोह में वक्ताओं ने वन विभाग और जनता के परस्पर सहयोग से वनाग्नि प्रबंधन ,ओण दिवस की जानकारी दी।
कार्यक्रम में उप वन क्षेत्राधिकारी हेम चंद्र, नरेंद्र सिंह, गणेश पाठक, उमा देवी, पुष्पा चौहान, कमला देवी, रेखा बिष्ट, कुंवर सिंह, रवि अधिकारी, दीवान सिंह ढेला, प्रकाश टमटा, कविता मेहता, राजन राम ,गजेंद्र पाठक आदि उपस्थित थे।