देहरादून में नवरात्रि व्रत के दौरान मिलावटी कुट्टू के आटे का सेवन करने से रविवार शाम से करीब 350 लोग बीमार हो गए। जांच में पाया गया कि यह मिलावटी आटा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से देहरादून में सप्लाई किया गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कार्रवाई करने और प्रभावित लोगों के इलाज की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान विकासनगर निवासी शीशपाल सिंह चौहान, सहारनपुर निवासी दीपक मित्तल और नलनीश मित्तल के रूप में हुई है। इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा, सहारनपुर के मुख्य आपूर्तिकर्ता विकास गोयल और अन्य संबंधित व्यापारियों पर भी मामला दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया कि सहारनपुर के विक्रेताओं ने खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन कर मिलावटी आटा देहरादून में सप्लाई किया था।
पुलिस ने शहर में उन दुकानों की पहचान की जहां यह आटा बेचा गया था और वहां से आटे का स्टॉक जब्त कर लिया। मुख्य आपूर्तिकर्ताओं के गोदामों को भी सील कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल बाजार में उपलब्ध कुट्टू और सिंघाड़े के आटे का सेवन न करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा के अनुसार, अब तक 345 लोग इस मिलावटी आटे के कारण बीमार हुए हैं, जिनमें से 237 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 95 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने खुद कोरोनेशन अस्पताल का दौरा कर मरीजों की स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएं। सहारनपुर की उस दुकान को सील कर दिया गया है, जहां से यह मिलावटी आटा सप्लाई किया गया था। सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है ताकि आगे से इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।