वनाग्नि प्रबंधन को जानने शीतलाखेत पहुँचा चंपावत वन प्रभाग का 34 सदस्यीय दल

अल्मोड़ा। वनाग्नि प्रबंधन के स्याहीदेवी-शीतलाखेत मॉडल के अध्ययन हेतु चंपावत वन प्रभाग से 34 सदस्यों का दल कल शीतलाखेत पहुंचा.दल का भ्रमण दल में वन…

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अल्मोड़ा। वनाग्नि प्रबंधन के स्याहीदेवी-शीतलाखेत  मॉडल के अध्ययन हेतु चंपावत वन प्रभाग से 34 सदस्यों का दल कल शीतलाखेत पहुंचा.दल का भ्रमण दल  में वन कर्मी तथा सरपंच शामिल हुए। भ्रमण दल का नेतृत्व वन क्षेत्राधिकारी हिमालय सिंह टोलिया एवं  कैलाश चंद्र गुणवंत  ने किया 
दल के शीतलाखेत आगमन पर महिला मंगल दल सल्ला रौतेला , महिला मंगल दल खरकिया की महिलाओं, स्याही देवी विकास मंच शीतलाखेत के सचिव गणेश पाठक ने भ्रमण दल का स्वागत किया।
वनाग्नि प्रबंधन के अध्ययन के पहले चरण में दल को वन विभाग और जनता के परस्पर सहयोग और तालमेल से पिछले 12 सालों से वनाग्नि से सुरक्षित रखे गए आरक्षित वन क्षेत्र का भ्रमण कराया गया। दल को बताया गया कि चीड़ की पत्तियों के कारण जंगलों में आग नहीं लगती है वरन शत प्रतिशत मामलों में मानवीय लापरवाही से जंगलों में आग आरम्भ होती है। उप वन क्षेत्राधिकारी हेम चंद्र द्वारा बिना पौधरोपण के जंगल विकसित करने की एएनआर पद्धति, वर्षा जल को भूजल में बदलने में बायोमास की भूमिका, आग को अनियंत्रित होने से रोकने में फायर पट्टी की उपयोगिता की जानकारी दी।
दूसरे सत्र में जंगल के दोस्त समिति के सलाहकार गजेंद्र कुमार पाठक ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्याहीदेवी-शीतलाखेत मॉडल की जानकारी दी। दल को बताया गया कि प्राकृतिक जल स्रोतों नौले, धारे, गाङ, गधेरों के सूखने, मानव वन्य जीव संघर्ष में लगातार वृद्धि होने तथा क्षेत्र के तापमान में वृद्धि होने का मुख्य कारण जंगलों की आग है। स्याहीदेवी-शीतलाखेत आरक्षित वन क्षेत्र में जनता और वन विभाग के परस्पर सहयोग से वनाग्नि प्रबंधन किया जाता है जिसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं। दल को यह भी बताया गया कि स्याहीदेवी-शीतलाखेत क्षेत्र के दर्जनों गांवों में 31 मार्च से पूर्व ओण जलाने की कार्रवाई सुरक्षित रूप से समाप्त कर दी जाती है जिस कारण इस क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं में कमी आई है।
पूरे कार्यक्रम में प्रकाश टम्टा, दीवान सिंह ढेंला, नरेंद्र सिंह, सल्ला रौतेला के सरपंच पंकज पाठक, नवीन बिष्ट, शोभा देवी ,भगवती देवी, नीमा बिष्ट, मोहिनी देवी, पार्वती देवी, मुन्नी देवी,गंगा देवी, विमला देवी, पुष्पा पाठक, भावना पाठक, शांति जोशी, नीमा पाठक, प्रिया पाठक, मीना पाठक, हेम पाठक ,संजय सिंह, गौरव कुमार आदि उपस्थित थे।

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