2 reports of a corona sample… one positive and the other negative
देहरादून, 23 जून 2020
उत्तराखंड में कोरोना(Corona) जांच को लेकर एक हैरत कर देने वाला मामला सामने आया है. एक ही व्यक्ति की दो अलग अलग रिपोर्ट प्राप्त हुवी है. जिसमे एक रिपोर्ट में उसे पॉजिटिव तो दूसरे में नेगटिव बताया गया है. इस मामले के सामने आने के बाद कोरोना सैंपल की जांच पर सवाल खड़े होने लगे है.
ताजा मामला टिहरी जिले में सर्विलांस की जिम्मेदारी देख रहे क्षय रोग अधिकारी डॉ.मनोज वर्मा का है. उनका कोरोना (Corona)सैंपल दो जगह, सरकारी व प्राइवेट लैब में जांच के लिए भेजा गया था. लेकिन जब दोनों जगहों से रिपोर्ट प्राप्त हुवी तो वह चौकाने वाली थी.
सर्विलांस अधिकारी डॉ. वर्मा को सरकारी अस्पताल ने जहां पॉजिटिव बताया वही, प्राइवेट लैब के अनुसार उनकी रिपोर्ट नेगटिव है.
डॉ. वर्मा की दो रिपोर्ट प्राप्त होने पर असमंजस की स्थिति बनी हुवी है. हालांकि प्रशाासन ने उन्हें पॉजिटिव मानते हुए एहतियातन होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए है.
मामले में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा की एक ही सैंपल की दो रिपोर्ट तो नहीं आनी चाहिए. ऐसा क्यों हुआ इसकी पड़ताल की जा रही है. साथ ही चंडीगढ़ की लैब से भी पूछा जा रहा है कि उन्होंने स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर रिपोर्ट दी या कन्फमेंट्री टेस्टिंग हुई.
कोरोना सैंपल चंडीगढ़ भेजने पर रोक
ज्ञात हो की इससे पहले कोरोनेशन अस्पताल व तीलू रौतेली कोविड केयर सेंटर के 17 डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना(Corona) रिपोर्ट बदल गयी थी. चंडीगढ़ लैब की रिपोर्ट के अनुसार, ये सभी कोरोना पॉजिटिव थे जबकि अगले दिन दून में कराई गई इन सब की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. दूसरी बार इस तरह का मामला सामने आने के बाद सरकार ने चंडीगढ़ की लैब में सैंपल भेजने पर रोक लगाते हुवे एचएनएबी चिकित्सा विवि के कुलपति प्रो. हेमचंद्रा को लैब के अधिकारियों से बात करने को कहा गया है. इसके बाद ही सरकार अग्रिम निर्णय लेगी.
पीड़ित ने डीजी हेल्थ को लिखा पत्र
सर्विलांस अधिकारी डॉ. वर्मा में मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक को पत्र लिखा है, कोरोना रिपोर्ट नेगटिव आने के बाद भी उन्हें होम आइसोलेशन में रखे जाने पर उन्होंने सवाल खड़े किये है. इसके अलावा उन्होंने कोरोना सैंपल की जांच कर रही लैब की गुणवत्ता की भी जांच की जरुरत बताई है.